Translate

बुधवार, फ़रवरी 27

मजा आता है

अंधेरे का सिंगार करने में मजा आता है
दीपक की साथी लौ हूँ, जलने में मजा आता है
 
 सिंगार दुल्हन सा किया करती हूँ, अक्सर मैं भी
तन्हाई हूँ, यादों से सजने में मजा आता है
 
 
एसा किला हूँ मैं, जो ढहने का मजा लेता है
इक दौर में यौवन को ढहने में मजा आता है
 
 
दिल में अगन, बाजू में ताकत, मन में सपने हों तो
दीवाने को कांटो पे चलने में मजा आता है

क्योंकि छू सकते हैं आभूषण रूप को, इसलिए:
सोने को कंगन, चूडी बनने में मजा आता है
कुमार अहमदाबादी

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें