तीन टुकडों में बँटा एक कब्रस्तान हूँ ।
बिखर जा रहा मैं, मैं हिन्दुस्तान हूँ॥
एक भूमि की तीन तीन पहचान हूँ।
भारत, बाँग्ला औ...र पाकिस्तान हूँ॥
बिखर जा रहा मैं, मैं हिन्दुस्तान हूँ॥
एक भूमि की तीन तीन पहचान हूँ।
भारत, बाँग्ला औ...र पाकिस्तान हूँ॥
चुनावी दंगल का मैं खुला मैंदान हूँ।
पंजो व कमलों की सस्ती दुकान हूँ॥
पंजो व कमलों की सस्ती दुकान हूँ॥
भगवा कहता मैं मनु की संतान हूँ।
चाँद कहता मैं उस का 'निशान' हूँ॥
चाँद कहता मैं उस का 'निशान' हूँ॥
न मनु न चाँद ने जाना मैं किसान हू॥
'कुमार' कहता मैं एक परिस्तान हूँ।
वो आश्वासन है क्योंकि मैं वीरान हूँ॥
कुमार अमदावादी
'कुमार' कहता मैं एक परिस्तान हूँ।
वो आश्वासन है क्योंकि मैं वीरान हूँ॥
कुमार अमदावादी
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