नववर्ष का आरंभ मेरे लिए बहुत अच्छा रहा। पहले एक तारीख को कवि सम्मेलन में काव्य पठन का अवसर मिला; उस कार्यक्रम में सम्मान पत्र भी मिला। अब अन्य एक साहित्यिक सम्मान *हिन्दी गौरव सम्मान 2022* मिला है।
साहित्य की अपनी एक अलग दुनिया होती है। जहां जीवन की खट्टी मीठी तीखी फीकी सारी भावनाओं को शब्दों में पिरोकर पेश किया जाता है। भावनाओं को सुंदर मनमोहक मन लुभावन शब्दों में पिरोकर पेश करने के लिये लेखक के पास कल्पना शक्ति होनी जरुरी है। दूसरी तरफ रचना पढ़कर उस का रसास्वादन करने के लिये पाठक के पास भी कल्पना शक्ति होनी जरुरी है। इसीलिये मैंने ब्लॉग का नाम कल्पना लोक रखा है।
मीठी व हंसी रातों की आशा है रंगीन मधुर बातों की आशा है कुछ ख्वाब एसे हैं जिन्हें प्रीतम से मदमस्त मुलाकातों की आशा है कुमार अहमदाबादी
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