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सोमवार, जनवरी 9

नव वर्ष का शुभारंभ

 

नववर्ष का आरंभ मेरे लिए बहुत अच्छा रहा। पहले एक तारीख को कवि सम्मेलन में काव्य पठन का अवसर मिला; उस कार्यक्रम में सम्मान पत्र भी मिला। अब अन्य एक साहित्यिक सम्मान *हिन्दी गौरव सम्मान 2022* मिला है।

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बेमौसम बरसात (रुबाई)

जब जब होती है बेमौसम बरसात  शोले बन जाते हैं मीठे हालात  कहती है बरसात आओ तुम भीगो हौले हौले फिर भीगेंगे जज़बात  कुमार अहमदाबादी