Translate

मंगलवार, दिसंबर 28

प्रेम सूं(राजस्थानी गज़ल)

 प्रेम करणो प्रेम सूं 

और करणो नेम सूं 


जान जीमण वास्ते  

पोंच जाणो टेम सूं 


ब्हैम रो इलाज है

दूर रैणो ब्हैम सूं 


बाबु थे सोनार हो

मोस राखो हेम सूं 


भायलों सूं रोज मिल

लालजी सूं खेम सूं 

कुमार अहमदाबादी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

चल जल्दी चल (रुबाई)

  चल रे मन चल जल्दी तू मधुशाला  जाकर भर दे प्रेम से खाली प्याला मत तड़पा राह देखने वाली को  करती है इंतजार प्यासी बाला  कुमार अहमदाबादी