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गुरुवार, जून 15

साहित्यिक जोड़े की तू तू मैं मैं

  

एसे पति पत्नी जिन्होंने साहित्य में एम.ए. किया था। उन का शाब्दिक झगड़ा

पत्नी - 

मैंने तुम्हारा नाम 

रेत पर लिखा तो धुल गया

हवा में लिखा तो उड़ गया

फिर, 

मैंने तुम्हारा नाम दिल पर लिखा तो हृदयाघात हो गया


पति -

परमात्मा ने मुझे भूखा देखा तो रोटी बनाई

परमात्मा ने मुझे प्यासा देखा तो पानी बनाया

परमात्मा ने मुझे अंधेरे में देखा तो रोशनी बनाई

परमात्मा ने मुझे समस्या विहीन देखा तो तुम्हें बनाया

*अनुवादक - कुमार अहमदाबादी*

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मीठी व हंसी रातों की आशा है रंगीन मधुर बातों की आशा है  कुछ ख्वाब एसे हैं जिन्हें प्रीतम से मदमस्त मुलाकातों की आशा है  कुमार अहमदाबादी