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गुरुवार, जून 8

बेकार वहां वो है (रुबाई )

 

बेकार वहां वो है यहां मैं भी हूँ 

लाचार वहां वो है यहां मैं भी हूँ 

पूछो न हमें प्रेम का फल क्या पाया 

बीमार वहां वो है यहां मैं भी हूँ 

कुमार अहमदाबादी

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चल जल्दी चल (रुबाई)

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