जब कोई जीव इच्छित लक्ष्य
प्राप्त नहीं कर सकता
तब वो लक्ष्य प्राप्त न करने की खिज
किसी और तरीके से निकालता है
जिसे अलंकारिक भाषा में एक कहावत
खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे
कहकर व्यक्त किया जाता है
लगता है आजकल कुछ एसा ही हो रहा है
कानूनों को रोक ना पाये इसलिये अब
खंभे नोच रहे हैं
कुमार अहमदाबादी
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