Translate

सोमवार, अगस्त 28

चोर रो भायलो


चोर रो भायलो चोर 

ढोर रो भायलो ढोर

बात इती सी है की

मोर रो भायलो मोर

कुमार अहमदाबादी

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

बेमौसम बरसात (रुबाई)

जब जब होती है बेमौसम बरसात  शोले बन जाते हैं मीठे हालात  कहती है बरसात आओ तुम भीगो हौले हौले फिर भीगेंगे जज़बात  कुमार अहमदाबादी