जीवन में पहली बार बाबे का भजन लिखने का प्रयास किया है. जिसे समाज के सामने रखने की जुर्रत कर रहा हूं. आप कोई गलती नजर आए; या कोई परिवर्तन करना उचित लगे तो बताएं. आप की मेहरबानी होगी.
तर्ज शागिर्द फिल्म के कान्हा कान्हा आन पड़ी मैं तेरे द्वार भजन की है.
मुखडा - बाबा बाबा आयो हूं मैं थांरे द्वार
बाबा बाबा
आयो हूं मैं थांरे द्वार -2-
मानूं मैं थांरो भगत कोनी हो
थांरे दरबार में आयो कोनी हो -2-
आयो हूं मैं थांरे द्वार.......... बाबा बाबा आयो हूं मैं थांरे द्वार
सच्चे मन सूं पैदल चाल'र
विघ्न झूठा सच्चा टाळ'र -2-
आयो हूं मैं थांरे द्वार.......…..बाबा बाबा आयो हूं मैं
कुमार अहमदाबादी
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