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सोमवार, अगस्त 14

अधूरे कार्य का नुकसान (लघु कथा)

पिंटू ने खाना खाने के बाद अपनी मां को कहा. माता श्री, मैंने खाना खा लिया पर आज रोटियां थोड़ी सी कच्ची पक्की थी. मुझे सब्जी भी थोड़ी सी गड़बड़ लगी . माता ने कहा "बेटा, कच्चा पक्का खाना तो मिल गया ना और खा भी लिया ना. कच्चा हो या पक्का खाना खाना होता है.

पिंटू ने कहा "नहीं माता श्री, एसा नहीं होता. अधपका खाना पेट मतलब पाचनतंत्र को और इस तरह पूरे शरीर को नुकसान करता है"
कुमार अहमदाबादी

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मीठी व हंसी रातों की आशा है रंगीन मधुर बातों की आशा है  कुछ ख्वाब एसे हैं जिन्हें प्रीतम से मदमस्त मुलाकातों की आशा है  कुमार अहमदाबादी