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बुधवार, अप्रैल 26

क्यों हो गयी नफरत(द्विपदी)


 सुनो क्यों हो गयी नफरत उसूलों से
गरीबी फूल बिकवा रही थी फूलों से
कुमार अहमदाबादी 

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मुलाकातों की आशा(रुबाई)

मीठी व हंसी रातों की आशा है रंगीन मधुर बातों की आशा है  कुछ ख्वाब एसे हैं जिन्हें प्रीतम से मदमस्त मुलाकातों की आशा है  कुमार अहमदाबादी