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रविवार, अप्रैल 30

सौंदर्य की परिभाषा

 

पूनम के खिले चंदा सी है तू सनम

पीपल की छाया सी है तू सनम

सौंदर्य की व्याख्याएं कहती हैं मुझे

सौंदर्य की परिभाषा सी है तू सनम

कुमार अहमदाबादी

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बेमौसम बरसात (रुबाई)

जब जब होती है बेमौसम बरसात  शोले बन जाते हैं मीठे हालात  कहती है बरसात आओ तुम भीगो हौले हौले फिर भीगेंगे जज़बात  कुमार अहमदाबादी