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शनिवार, जुलाई 15

ये तिलक पहचान है (ग़ज़ल)

ये तिलक पहचान है

साथिया भी शान है 


विश्व में अब हिंदू का 

हो रहा सम्मान है


गीता का सार सुनो

वो ही सच्चा ज्ञान है


बस सनातन धर्म ही

ब्रह्म की संतान है


राम एवं कृष्ण हर 

हिंदू का अभिमान है


हिंदू नीती रीति में 

सांस लेना आसान है


विश्व सारा कर रहा

बिंदी का सम्मान है

कुमार अहमदाबादी 

(स्वस्तिक को राजस्थानी में साथिया कहते हैं)

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